गिलोय जिसको आयुर्वेद में अमृत या अमृता के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि ये अनेक प्रकार की बीमारी में काम करता है यदि आपको ऐसा लगता है कि आपके शरीर की इम्युनिटी कमजोर है तो ऐसे में आपको गिलोय का इस्तेमाल जरुर करना चाहिए और साथ ही में आपको गिलोय के फायदे (Giloy Ke Fayde) के बारे में जानकारी होना चाहिए.
गिलोय (Tinospora Cordifolia) को एक आयुर्वेदिक औषधि में इस्तेमाल किया जात है अनेक प्रकार बीमारी से बचने के लिए इससे औषधि तैयार की जाती है, अगर आप मोटापे से परेशान हो या कम वजन से परेशान हो तो दोनों ही स्थिथि में गिलोय को इस्तेमाल कर सकते है.
तो आज के इस लेख में हम आपको गिलोय के गुण और इसके फायदे के बारे बताया जाएगा और यदि आपको अपने बगीचे या घर में गिलोय का पोधा कैसे लगाये इसके बारे में पूरी जानकारी दी गयी है.
गिलोय क्या होता है (What Is Giloy)?
गिलोय को एक गुणकारी पौधा माना जाता है पिछले कई वर्षों से आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल अनेक प्रकार के रोगों के लिए दवाई के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.
गिलोय की पहचान आप इस प्रकार से कर सकते हैं कि इसके पत्ते पान के आकार के होते हैं और इसकी तना रस्सी के जैसी होती है जो कि जिस भी पेड़ पर चढ़ जाती है तो उसके गुण इस गिलोय में आ जाते हैं.
नीम के पेड़ पर चढ़ी हुई गिलोय को सबसे अधिक फायदेमंद बताया जाता है, गिलोय की बेल देखने में कुछ कुछ मनी प्लांट के जैसे भी लगती है और यह भारत में कहीं पर भी आसानी से मिल जाती है.
यदि आपको अपने घर के आसपास में गिलोय नहीं मिलती है तो आप बाजार से जाकर गिलोय का जूस या गिलोय का पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं यह भी उतना ही रोगों के लिए लाभदायक माना जाता है.

गिलोय के औषधीय गुण एवं फायदे (Giloy Benefits In Hindi):-
गिलोय का काढ़ा इस्तेमाल करने से 100 से भी अधिक बीमारियों से निजात पाया जा सकता है तो उन्हीं में से कुछ ऐसी बीमारियां हैं जिनमें गिलोय का इस्तेमाल करने से बहुत अधिक फायदा मिलता है.
उनके बारे में हमने आपको नीचे बताया हुआ है कि आपको भी इनमें से कोई भी बीमारी है या आप उसी से परेशान रहे हैं तो आप गिलोय का इस्तेमाल कर सकते हैं.
1) मधुमेह (Diabetes) में जरुर इस्तेमाल करें
मधुमेह या डायबिटीज एक इस प्रकार की बीमारी है जो की जीवन भर तक रहती है इससे आज भारत में अनेक लोग ग्रसित हैं यदि आप भी उन्हीं लोगों में से हैं.
तो आपको गिलोय का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए गिलोय मौखिक हाइपोग्लाइसेमिक एजेंट की तरह काम करती है इससे आपका ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है.
गिलोय के जूस को आप पानी में तो फिर 3 चम्मच इस के जूस को मिलाकर सुबह खाली पेट पिए या गिलोय के चूर्ण को आप अपने भोजन करने के 1 घंटे के बाद खाएं इससे आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है.
2) आंखों के रोग के लिए उपयोगी
गिलोय का रस हमारी आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है, इसके लिए हमें गिलोय के रस में त्रिफला मिलाकर काढ़ा बनाया जाता है.
जिसको रोजाना सुबह और शाम 10 से 20 ग्राम शहद को मिलाकर सेवन करने से आंखों की रोशनी में बढ़ोतरी देखने के लिए मिलती है.
और अगर यदि आपको आंखों में चुभन या मोतियाबिंद जैसी समस्या है तो इसके लिए आप गिलोय को अपनी इन समस्याओं को दूर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं इसके लिए आप गिलोय के रस में एक 1 ग्राम शहद और सेंधा नमक मिलाकर अच्छी तरह से खरल में पीस लीजिए.
उसके बाद जिस तरह से आंखों में काजल लगाया जाता है किसी भी रोजाना अपने आंखों में लगाइए कुछ समय के बाद आपको असर दिखाई देने लग जाएगा.
3) डेंगू के लिए सबसे फायदेमंद
डेंगू के लिए गिलोय को बहुत ही फायदेमंद माना जाता है क्योंकि आपने यह देखा होगा कि जब किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार हो जाता है तो उस स्थिति में उसके शरीर की प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं.
तो उसके लिए आपको गिलोय का जूस बहुत ही फायदेमंद माना जाता है इसका सेवन करने से रोजाना आपको 20,000 से लेकर 25,000 प्लेटलेट्स काउंट आसानी से बढ़ जाते हैं.
और यह हमारे शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है इसी के साथ यह हमारे इम्यून सिस्टम को भी अच्छा बना देता है डॉक्टरों का अभी यह कहना होता है कि डेंगू की सबसे अच्छी दवा गिलोय ही है.
4) कान की बीमारी के लिए इस्तेमाल करें गिलोय
अगर आप सभी अपने कान में गंदगी (Ear Wax) जमा होने से परेशान हैं तो ऐसे मैं आपको गिलोय से बहुत ही राहत मिलेगी उसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता भी नहीं है.
आप यह बहुत अच्छे से जानते होंगे की कान में गंदगी रहने से अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं इसीलिए आपको समय-समय पर अपने कान को साफ करते रहना चाहिए.
कान की गंदगी को साफ करने के लिए आप गिलोय के तने को गर्म पानी में अच्छे से घिस लीजिए फिर उसके बाद उसे दो-दो बूंद अपने कानों में डालिये फिर वो गंदगी अपनेआप बाहर निकल जायेगी.
5) स्ट्रेस (Stress) कम करता है
व्यस्त कार्यशैली के होने से या अधिक कार्य करने पर सभी को तनाव (Stress) होने लगता है जिसके कारण कई लोग तो बीमार तक पड़ जाते है यदि आपको भी रोजाना बहुत कार्य करना पड़ता है और तनाव महसूस करते है.
तो ऐसे में आपको रोजाना 10-20 ग्राम गिलोय का जूस जरुर पीना चाहिए इससे आपको बहुत ही फायदा मिलता है यह आपके Stress Level कम कर देता है.
6) खांसी से आराम दिलाये
खांसी एक ऐसी बीमारी है जो यदि कुछ दिनों में सही ना हो तो वह एक बहुत बड़ी बीमारी का रूप भी ले सकती है इसीलिए जैसे ही खांसी होती है आप तुरंत ही गर्म पानी का सेवन करें उससे आपको अधिक राहत मिलती है.
यदि फिर भी आपको खांसी से आराम नहीं मिल पा रहा है तो आप रोजाना दिन में दो बार गिलोय का काढ़ा बनाकर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करें इससे आपको 3 से 4 दिनों के अंदर ही खांसी से आराम मिल जाता है.
7) भुखार को कम करें
पुराने से पुराने बुखार में गिलोय (Giloy In Hindi) एक रामबाण की तरह कार्य करता है यदि आपको भी कई दिनों से बुखार है और अनेक प्रकार की दवाइयां इस्तेमाल करने के बाद भी बुखार सही नहीं हो पा रहा है.
तो ऐसे में एकमात्र गिलोय ही आपको फायदा दिला सकता है आप इसका काढ़ा बनाकर सुबह-शाम इस्तेमाल करें आप को बुखार में जरूर राहत मिलेगी.
या फिर आप गिलोय के चूर्ण को एक कपड़े में छान लीजिए अब इसमें 15 ग्राम गुड शहद तथा गाय का घी मिलाकर लड्डू तैयार कर लीजिए इसको आप अपनी पाचन क्षमता के अनुसार रोजाना खाइए आपको असर दिखाई देने लग जाएगा.
8) टीबी के रोग को दूर करता है
जैसा कि अभी हमने आप लोगों को बताया था कि जब आपको खांसी हो रही हो और वह सही नहीं हो रही है तो ऐसे में वह एक बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है जिसे टीबी रोग के नाम से जाना जाता है.
अब इस गंभीर बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आपको अश्वगंधा, गिलोय, शतावर, दशमूल, बलामूल, अडूसा, पोहकरमूल तथा अतीस इन सभी जड़ी बूटी को सामान हिस्सों में मिलाकर काढ़ा बना लीजिए.
अब इसको आप रोजाना 20 मिलीलीटर सुबह व शाम सेवन कर सकते हैं डॉक्टर भी गिलोय को टीबी रोग के लिए सबसे अच्छी दवा हम बताते हैं.
9) सफ़र में उल्टी होती हो तो इस्तेमाल करें गिलोय
आपने अपने आसपास में बहुत से ऐसे लोगों को देखा होगा जिन्हें बस के सफर में उल्टी होने लगती है या आप भी उन्हीं लोगों में से ही होंगे यह समझ से आपके साथ भी है तो ऐसे में गिलोय के इस्तेमाल से आप इससे छुटकारा पा सकते हैं.
या फिर एसिडिटी होने की वजह से आपको उल्टियां हो रही है तो ऐसे में आप गिलोय के रस में कुछ चम्मच शहद मिलाकर रोजाना दिन में तीन बार इस्तेमाल कीजिए इससे आपको उल्टी की समस्या दूर हो जाएगी.
10) इम्युनिटी को बढाता है
अगर आप बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो इसका कारण यह हो सकता है कि आपके शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम सही नहीं है इसी के वजह से आप बार-बार बीमार पड़ते हैं या कोविड-19 भी अधिकतर उन्हीं लोगों को हुआ था जिनका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर था.
गिलोय को इम्यूनिटी बूस्टर माना जाता है क्योंकि इसमें इस तरह की औषधि गुण होते हैं जो कि हमारे शरीर के इम्यूनिटी को बढ़ाने में बहुत ही मदद करता है इसके लिए आप दिन में दो बार गिलोय (Giloy Benefits In Hindi) का जूस का सेवन करें इससे इम्यून सिस्टम बढ़ेगा और आप खांसी जुखाम इस तरह के अन्य बीमारियों से दूर रहेंगे.
11) पीलिया के सबसे बेस्ट दवा
यदि बात करें पीलिया के लिए सबसे बेस्ट दवाई की तो उसमें सबसे पहले गिलोय का ही नाम आता है क्योंकि पीलिया रोग में हमारा शरीर पीला पड़ने लगता है और तेज बुखार शरीर में दर्द जैसी समस्याएं रहती हैं इससे निजात पाने के लिए,
आपको रोजाना सुबह और शाम गिलोय के जूस के साथ में शहद मिलाकर पीने से बहुत जल्दी ही राहत देखने के लिए मिल जाती है इससे पहले आप डॉक्टर से भी सलाह जरूर ले लीजिए.
12) अनीमिया ठीक करता है
एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जिससे शरीर में खून की कमी होने लगती है और यह बीमारी अधिकतर महिलाओं में देखी गई है यदि आप सभी इस बीमारी से परेशान हैं.
तो उसके लिए आप गिलोय का रस का इस्तेमाल करें इससे आपको बहुत कम समय के अंदर ही इस बीमारी से आराम मिल जाएगा.
Giloy का सेवन कैसे करे?
जैसा कि अब आप लोग जानते ही हैं गिलोय अनेक प्रकार की बीमारियों के लिए लाभकारी माना जाता है और इसके सेवन करने के तरीके भी अलग-अलग हैं.
आप गिलोय को अलग तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं 1) गिलोय का जूस, 2) गिलोय का चूर्ण, 3) गिलोय का काढ़ा इन 3 तरीकों से गिलोय का सेवन किया जा सकता है.
मगर गिलोय का सेवन करने के लिए कुछ बीमारियों में इसकी विधि अलग हो सकती है उसके लिए आप अपने डॉक्टर से इसके बारे में पहले सलाह जरूर ले लीजिए उसी के बाद इसका इस्तेमाल करें.
गिलोय कहाँ पर मिलता है?
वैसे तो गिलोय भारत में लगभग हर जगह आसानी से मिल जाते हैं मगर यदि आपको कहीं पर भी गिलोय का पेड़ नहीं मिल पा रहा है.
तो ऐसे में आप अपने घर के नजदीकी किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर पर जाएंगे तो वहां पर आपको गिलोय का जूस या गिलोय का चूर्ण उपलब्ध हो जाएगा.
तेज बुखार के लिए गिलोय की टेबलेट भी मिलती हैं मगर इसको सेवन करने से पहले आप अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लीजिए.
आप गिलोय का जूस को ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर भी मंगवा सकते हैं हमने इसके लिए आपको नीचे लिंक दिया हुआ है आप उस पर क्लिक करके गिलोय के जूस खरीद सकते हैं.
घर में गिलोय का पोधा कैसे लगाये?
गिलोय (Giloy In Hindi) में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं इसको आप अपने घर में भी लगा सकते हैं यह आपको कई तरह की बीमारियों से निजात दिला सकता है तो आइए जानते हैं कि घर में गिलोय का पौधा कैसे लगाया जाता है.
सबसे पहले आपको गिलोय का बीज लाना है फिर उसे आप 12 इंच के गमले में लगा सकते हैं यदि आप गमले में गिलोय का पौधा लगाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको भुरभुरी मिट्टी का ही इस्तेमाल करना है.

यदि आप गिलोय के पौधे को गर्मी या वर्षा की ऋतु में लगाती है तो अच्छा है आप इसके पौधे को सर्दी के मौसम में कभी भी ना लगाएं क्योंकि सर्दी के मौसम में इसकी पत्तियां पीली होकर झड़ जाती हैं जिससे गिलोय का पौधा लगाने से कोई भी फायदा नहीं मिल पाता है.
जब आप गिलोय के बीज को गमले में रखकर उसमें भुरभुरी मिट्टी डालेंगे तब इसमें आपको रोजाना बहुत हल्का हल्का पानी डालना है जिससे गमले में नमी बनी रहे अधिक पानी कभी ना डालें.
फिर उसके बाद आपको 20 से 25 दिनों के बाद गिलोय का पौधा उगता हुआ नजर आ जाएगा जब इस पर पत्ते और टहनी आ जाएंगी तब आप इसे एक दवा के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
गिलोय के नुकसान (Giloy Side Effects) :-
- यदि आप गिलोय का अधिक सेवन करते हैं आपकी पाचन क्रिया सही नहीं रहती है तो ऐसे में कब्ज की समस्या हो सकती है.
- वैसे तो गिलोय का जूस पीने से इम्यूनिटी सिस्टम अच्छा रहता है और वही अगर आप इसको अधिक मात्रा में इस्तेमाल करते हैं तो यह आप को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं इससे इम्यून सिस्टम अधिक एक्टिव हो जाता है जिससे ऑटोइम्यून बीमारियां हो सकती हैं.
- गर्भावस्था के दौरान या जो भी महिलाएं स्तनपान कराती हैं उनको गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए.
- गिलोय का ज्यादा इस्तेमाल करने से आपका ब्लड प्रेशर लो हो सकता है.
- अगर आप किसी भी प्रकार की कोई सर्जरी करवाने जा रहे हैं तो उससे पहले गिलोय का सेवन कभी भी ना करें ऐसे में आपको नुकसान हो सकता है.
निष्कर्ष
अगर आप ऊपर बताई गई कि नहीं बीमारियों से जूझ रहे हैं तो आपको गिलो जरूर इस्तेमाल करना चाहिए इस तरह की बीमारियों के लिए गिलोय को सबसे बेस्ट दवा मानी जाती है.
और अगर आप इसका सेवन सही तरीके से नहीं करते हैं या अधिक मात्रा में इसको इस्तेमाल करते हैं सही है आपके शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकता है इसीलिए आप हमेशा जब भी गिलोय का इस्तेमाल करें तो सबसे पहले किसी डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं कि आपको गिलोय के फायदे (Giloy Ke Fayde) के बारे में यह जानकारी कैसी लगी या कुछ सुझाव हो तो वह भी आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं.